src='https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js'/> वीमेन स्क्रीन : October 2024

Tuesday, October 8, 2024

पीएयू के विद्यार्थियों ने महिला सशक्तिकरण शिविर आयोजित किया

PAU Ludhiana//Tuesday 8th Oct 2024 at 10:40 AM//Women empowerment//पंजाब कृषि विश्वविद्यालय

इस अभियान के अंतर्गत  पीएयू पहले भी कुछ कर के दिखा चुकी है 

पीएयू की तरफ से महिला सशक्तिकरण कैंप का एक दृश्य
लुधियाना: 8 अक्टूबर, 2024: (कार्तिका कल्याणी सिंह//वीमेन स्क्रीन डेस्क)::

महिला सशक्तिकरण को और अधिक बढ़ाने के लिए काफी समय से पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) भी लगातार सक्रिय है। इस मकसद के लिए यूनिवर्सिटी ने पहले भी बहुत से प्रयास किए हैं। सेल्फ रिलायंस अभियान के अंतर्गत पीएयू ने बहुत सी महिलाओं को कई तरह के घरेलू उद्योगों  ट्रेनिंग दे कर अपने पांवों पर खड़ा किया है। ऐसी महिलाओं से जुड़े सशक्त परिवार पंजाब और पंजाब से बाहर भी फैले हुए हैं। इस तरह के खुशहाल परिवार और इलाके अब इन महिलाओं पर गर्व करते हैं। 

इसी अभियान को अब और आगे बढ़ा रही है पीएयू। इस बार एक नया अभियान फिर सामने है। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के बीएससी बागवानी (2024-25) के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा ग्रामीण जागरूकता कार्य अनुभव (आरएडब्ल्यूई) कार्यक्रम के तहत लुधियाना के गांव गहौर में महिला सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया गया। 

इस शिविर का आयोजन कार्यक्रम समन्वयक डॉ जसविंदर सिंह बराड़, प्रमुख फल वैज्ञानिक और पाठ्यक्रम प्रभारी डॉ सिमरत सिंह, वैज्ञानिक, फ्लोरीकल्चर और लैंडस्केपिंग विभाग, पीएयू के मार्गदर्शन में किया गया। शिविर का प्राथमिक उद्देश्य महिला उद्यमियों को अपने हस्तशिल्प वस्तुओं का प्रदर्शन करने और बागवानी और संबद्ध उद्यमों में कौशल वृद्धि के अतिरिक्त अवसरों का पता लगाने के लिए एक मंच प्रदान करना था।

शिविर के दौरान चेतना और जशन ने प्रतिभागियों को कौशल विकास केंद्र, पीएयू में दिए जा रहे विभिन्न लघु अवधि पाठ्यक्रमों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों से अवगत कराया, ताकि बागवानी और इससे जुड़ी सहायक सामग्री जैसे जैम, कैंडी, स्क्वैश, अचार आदि बनाने में आवश्यक कौशल बढ़ाया जा सके और ज्ञान प्रदान किया जा सके। इसके अलावा, जाह्नवी और रिया ने स्टार्टअप के लिए उपलब्ध विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। गुरप्रीत ने प्रतिभागियों को महिला उद्यमियों के लिए सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए स्वयं सहायता समूह बनाने के महत्व के बारे में शिक्षित किया।

श्रीमती सुखविंदर कौर, श्रीमती हरजोत कौर और श्रीमती गुरमीत कौर नामक कृषक महिलाओं द्वारा स्थानीय स्तर पर निर्मित हस्तशिल्प की प्रदर्शनी लगाई गई। यह प्रदर्शनी इन महिलाओं के हुनर को खुद ब दिखा  रही थी। इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित चीज़ें इन्हें बनाने वाले हाथों के हुनर का पता दे रहीं थीं।  

इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गई बहुत सी चीज़ों में कढ़ाई, हाथ से बुने हुए फोल्डिंग पंखे, टेबल फैब्रिक कवर, बुने हुए स्वेटर आदि उत्पादों की विविध रेंज शामिल थी। इनका अंदाज़ ही कुछ  अलग था।  

इस शिविर के सफल आयोजन के लिए RAWE कार्यक्रम के साक्षी, हर्षदीप कौर, विष्णवी, हिम्मत सिंह, रंजीत सिंह और मुस्कान नामक छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

Wednesday, October 2, 2024

लड़कियों को उनके स्वयं के पांवों पर खड़ा करता है बेकरी उद्योग

पंजाब, नागालैंड, दिल्ली और गुजरात तक हर जगह है इसकी डिमांड 


मोहाली
//लुधियाना: 2 अक्टूबर 2024: (कार्तिका कल्याणी सिंह//वीमेन स्क्रीन डेस्क)::

पढ़ाई लिखाई और शादी ब्याह के इलावा भी बहुत कुछ ऐसा होता है जिसकी ज़रूरत ज़िंदगी में कदम कदम पर पड़ती है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण  है नेक कमाई से कमाया हुआ पैसा जो आर्थिक रीढ़ को भी मज़बूत करता है और समाज में स्वयं के पांवों को भी बहुत ही अच्छी तरह से जमा भी देता है। इसी से शुरू होता है जीवन में अन्य सफलताओं का लगातार चलने वाला सिलसिला।   

बेकिंग की दुनिया में सक्रिय लड़कियों को हमारी टीम ने बहुत पहले देखा था पंजाब के शाही शहर पटियाला में। यह लड़कियां अपने  परिवारों साथ वहां लगे हुए किसान मेले में आई।  इन लड़कियों की बहन, भाई और माता-पिता सभी इनके साथ बहुत ही उत्साह से काम करवा रहे थे। इनके स्टाल पर इनके बनाए केक, बिस्कुट, पेस्ट्रियां  और बहुत कुछ दूसरा बेकिंग सामान भी हाथों हाथ बिक रहा था। इन्होने यह सारी ट्रेनिंग पंजाब कृषि विश्व विद्यालय लुधियाना से ली थी जिसने इन्हें पूरी तरह से आत्मनिर्भर बना दिया। 

काम शुरू करने के लिए परिवार ने थोड़ा सा इन्वेस्टमेंट किया और  सरकार विभागों ने इन्हें सब्सिडी जैसी मदद भी दे दी। बस देखते ही देखते काम चल निकला।  लिए घर  की ज़रूरत भी पड़ने लगी। डेढ़ दो बरस में ही इन लड़कियों का इन्वेस्टमेंट ही नहीं लौटा बल्कि मुनाफा भी आने लगा। क्यूंकि प्रोडक्टस साफ सुथरे, ताज़े और स्वादिष्ट  लोकप्रियता भी बढ़ने लगी। शादी, विवाह और अन्य आयोजनों के  बड़े आर्डर आने लगे। नौकरी करने वाली जॉब की इच्छा कब पीछे छूट गई इन्हें खुद भी याद नहीं रहा। 

आज भी बेकिंग की दुनिया में, लड़कियों का एक उल्लेखनीय समूह है जो न केवल अपने जुनून का पीछा कर रही हैं, बल्कि इसे घरेलू व्यवसायों में भी बदल रही हैं। उनकी यात्रा कड़ी मेहनत, रचनात्मकता और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है। ये युवा उद्यमी रणनीतिक निवेश और अभिनव विपणन तकनीकों के माध्यम से अपने बेकिंग सपनों को वास्तविकता में बदल रहे हैं। 

नागालैंड से भी ऐसी लड़कियों की ऐसी ही सफलताओं की खुशखबरियां सामने आई हैं। वहां भी इनके लिए उचित शिक्षा और ट्रेनिंग का प्रबंध किया गया है। दिल्ली, मुंबई, गुजरात और अन्य हिस्सों में भी इसकी बहुत ज़्यादा डिमांड है। नागालैंड की लड़कियां भी इस तरफ तेज़ी से बढ़ रही हैं। 

नागालैंड में बेकरी इंडस्ट्री की तरफ बढ़ रहा है लड़कियों का इंटरेस्ट 

शिक्षा हर मामले में  मार्गदर्शन करती है और उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कई लोगों ने कार्यशालाओं और पाठ्यक्रमों की भी तलाश की है जो उनके कौशल को बढ़ाते हैं और व्यवसाय परिदृश्य की उनकी समझ को व्यापक बनाते हैं। वे मज़बूत टीम बनाते हैं, अंतर्दृष्टि साझा करने और एक-दूसरे के प्रयासों का समर्थन करने के लिए एक-दूसरे के साथ सहयोग करते हैं। विभिन्न साधनों का उपयोग करके-चाहे वह मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म हो या वित्तीय प्रबंधन के लिए बजटिंग टूल-वे एक ऐसा रास्ता तैयार कर रहे हैं जो दूसरों को प्रेरित करता है।

यह देखना उत्साहजनक है कि बेकिंग उद्योग में चुनौतियों का सामना करते हुए ये लड़कियाँ एक-दूसरे का उत्थान कैसे करती हैं। उनकी कहानियां हमें याद दिलाती हैं कि जुनून, शिक्षा और टीम वर्क के साथ, सपने वास्तव में ताज़ी बेक्ड ब्रेड की तरह खूबसूरती से उग सकते हैं!

सफलता की इन सच्ची कहानियों ने एक नया इतिहास रचा है।  एक नया अध्याय लिखा है। एक नया मार्ग दिखाया है। यह मार्ग उन मंज़िलों की तरफ ले जाता है जहां अपना हाथ जगन्नाथ वाली कहावत सच साबित होने लगती है। 

आप भी  इनसे प्रेरणा लें। आप नौकरी मांगने वालों की भीड़ में से निकल कर नौकरी देने वालों के वर्ग में आ जाएंगी। बेकरी केवल एक क्षेत्र है जिसकी हमने चर्चा की है। बहुत से और फील्ड भी खुले हैं जिनके रास्ते भी आपको बुला रहे हैं और मंज़िलें भी। 

लगातार बने रहिए वीमेन स्क्रीन के साथ।