राज्य सरकारों को बढ़ावा देने की सलाह
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने परिसरों में महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और उनकी सुरक्षा के लिए कार्यबल गठित किया
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राज्य सरकारों को महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देने की सलाह दी है। इसमें पाठ्यक्रम तथा पाठ्य पुस्तकों का दोबारा निरीक्षण करना, महिलाओं के प्रति सकारात्मक सामग्री शामिल करते हुए उन्हें बेहतर बनाना तथा शिक्षकों को सालाना प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कम से कम दो या तीन दिन तक महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देने संबंधी मॉड्यूल को शामिल करना जैसे कदम शामिल हैं। मंत्रालय ने यह भी सलाह दी है कि स्कूल निगरानी प्रणालियां ऐसे मानकों की जांच सूची शामिल करें,जो कक्षा में पढ़ाई तथा स्कूल की अन्य गतिविधियों के दौरान महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा दे सकें।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-यूजीसी ने परिसरों में महिलाओं की सुरक्षा के उपायों तथा महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता से संबंधित कार्यक्रमों की समीक्षा करने के लिए जनवरी 2013 में एक कार्यबल का गठन किया था। इस कार्यबल को परिसरों में लड़कियों तथा महिलाओं की सुरक्षा के लिए वर्तमान में किए जा रहे प्रबंधों का जायजा लेने का भी अधिकार दिया गया है।
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड -सीबीएसई शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए तथा छात्रों में छोटी उम्र से ही महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता जगाने संबंधी मॉड्यूल तैयार कर रहा है।
पहली से दसवीं कक्षा के लिए स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा विषय का राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद-एनसीईआरटी की ओर से तैयार किया जा रहा पाठ्यक्रम राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप-एनसीएफ 2005 पर आधारित हैं, जिसमें आत्मरक्षा से जुड़े विषयों को शामिल किया गया है।
नैतिक शिक्षा और महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता को स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल करने के प्रयास भी किए गये हैं। ***
वि.कासोटिया/रीता/मधुप्रभा-1615
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